संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी वीरेंद्र कुमार ने प्रधानमंत्री को भेजी चिट्ठी
लखनऊ। संत गुरु रविदास जी की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने को लेकर डॉ0 अंबेडकर सामाजिक एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखा पत्र आपको बता दें कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को हर्षोल्लास के साथ मनाई जानी है।
इसको लेकर डॉ0 अंबेडकर सामाजिक एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विरेंद्र कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी से मांग की है कि 12 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए इसको लेकर उन्होंने पीएम मोदी पत्र भी प्रेषित किया है।
डॉ0अंबेडकर समाजिक एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विरेंद्र कुमार ने पत्र में लिखा संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज जिनका जीवन दर्शन, संपूर्ण प्राणी जगत के कल्याण तथा उच्चतम आदर्श, क्षमता, करुणा मैत्री का प्रतीक है जो की करोड़ों लोगों के वैचारिक प्रेरणा की शक्ति का स्रोत है संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती प्रत्येक वर्ष विश्व सहित भारत वर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है।
इस अवसर पर हर गांव, कस्बे और शहर में शोभा यात्राएं संगोष्ठियां और अन्य सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से उनके जीवन दर्शन और कार्यों का नमन किया जाता है। संत गुरु रविदास जी की शिक्षा न केवल उनके प्रशंसकों को संपूर्ण समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है उनके जीवन दर्शन का प्रचार – प्रसार समाज में समता और भाईचारा प्रोत्साहित करती है।
डॉ0 अंबेडकर सामाजिक एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संत गुरु रविदास जी की जयंती माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश को लेकर पत्र लिख कर पीएम नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया। चौधरी विरेंद्र कुमार ने पत्र में लिखा मोदी जी आप स्वयं भी गुरु रविदास जी के जन्म स्थान काशी, बनारस जाते हैं।
अतः उनके विचारों के प्रचार-प्रसार एवं उनके जयंती को हर्षोल्लास के साथ मनाने हेतु आपसे विनम्र निवेदन है कि 12 फरवरी को संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती पर राष्ट्रीय सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की कृपा करें.. यह निर्णय न केवल संत गुरु रविदास जी के अनुयायियों वालों बल्कि संपूर्ण समाज के लिए उनके आदर्श को सम्मान देने की दशा में ऐतिहासिक कदम होगा आपसे आशा करते हैं कि इस संदर्भ में यथाशीघ्र निर्णय लेकर संत गुरु रविदास जी के अनुयायियों की भावनाओं का आदर करेंगे । आपके द्वारा सकारात्मक निर्णय लेने लिए जाने पर संगठन और समाज आपके प्रति आभारी रहेगा।