चित्तौड़गढ़। सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी ने सत्य अहिंसा भाईचारा वह मानवता के आदर्श ज्योति को दुनिया भर में फैला कर भारत को जगतगुरु का सम्मान दिलाने वाले तथागत गौतम बुद्ध को उनकी जयंती पर शत-शत नमन करने के साथ ही देश व दुनिया भर में रहने वाले उनके समस्त अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं आतंकवाद देश आदि से मुक्त, सुख समृद्धि जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दूसरों के प्रति दया करुणा दानशीलता एवं इंसानियत को जिंदा बनाए रखना जरूरी है जिसके लिए गौतम बुद्ध ने सब कुछ त्याग कर अपना जीवन समर्पित किया वह मानववादी कहलाए और फिर आगे चलकर भारत की दुनिया में इंसानियत का रखवाला देश की सुंदर छवि बनी।
बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सोमवार को अपने संदेश में मेघवाल ने कहा कि ‘भगवान बुद्ध के विचार विश्व को सदैव प्रेरित करते रहेंगे’- तथागत गौतम बुद्ध जिन्होंने सत्य अहिंसा भाईचारा व मानवता की आदर्श ज्योति को पूरी दुनिया में फैला कर भारत को जगतगुरु का सम्मान दिलाया उनकी जयंती पर खास कर जाति भेद हिंसक मनोवृति द्वेष आदि को जीवन में त्यागने की प्रतिज्ञा को दोहराने का दिन बताया क्योंकि इसी में जीवन व देश में सच्ची सुख शांति एवं तरक्की निहित है इसका मूल परम पूज्य बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने देश के संविधान में पूरी तरह से स्थापित किया है लेकिन इस देश के आमजीवन में उतारने की जिम्मेदारी को सरकारों द्वारा संकीर्ण स्वार्थ की खातिर लगभग भुला दिया है जिस कारण आम जन का जीवन सुख शांति व आत्म सम्मान से दूर त्रस्त एवं काफी दुखी नजर आता है।
वैसे तो महान संतों गुरुओं को महापुरुषों के आगे नमन कर उनके आगे माता टेकना आदि अलग बात है। लेकिन इसका इस्तेमाल राजनीतिक स्वार्थ के लिए किए जाने के प्रचलन से जनता परिचित है इससे लोगों का सही भला होने वाला नहीं है इसलिए सभी प्रकार के द्वेष व संकीर्णता आदि को त्याग कर तथागत गौतम बुद्ध के जीवन आदर्श पर थोड़ा चलकर देश को फिर से जगतगुरु बनाने के ईमानदार प्रयास जरूरी है ऐसे खास सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन के मिशन में सरकारो को भी अपनी नित व नीति को पाक साफ और ईमानदार बनाकर कथनी व करनी के अंतर को पूरी तरह से मिटाना होगा जो वास्तव में तथागत गौतम बुद्ध को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।